इसी तरह रणबीर कपूर की रामायण में भी हर किरदार को बहुत सोच-समझकर चुना गया है। लेकिन कई बार सोच-समझकर लिए गए फैसलों में गंभीर जोखिम भी शामिल होते हैं। जैसे 'रामायण' का बजट, जो 4000 करोड़ रुपये है। यह फिल्म जितनी बड़ी लगती है, उतनी ही खतरनाक भी है। खैर, बजट से हटकर आज हम फिल्म के एक ऐसे किरदार की बात करेंगे। जो रणबीर कपूर की 'रामायण' को बना भी सकता है और बिगाड़ भी सकता है। इस फिल्म में एक लंबी-चौड़ी कास्ट नजर आने वाली है। लेकिन मेकर्स ने 'राजा' के किरदार के लिए कोई जल्दबाजी नहीं की। एक बड़ा चेहरा क्यों खतरा बन सकता है? इन तीन बातों को समझिए।
किसी फिल्म में बड़े चेहरे को कास्ट करना हमेशा एक शानदार फैसला होता है। प्रमोशन, ट्रेलर में उनकी झलक देखकर उनके फैन्स फिल्म देखने आएंगे। जो एक दमदार रणनीति तो है, लेकिन इससे लीड एक्टर यानी राम बने रणबीर कपूर को सीधी टक्कर मिलेगी। मेकर्स दूसरों के फायदे के लिए एक जगह भारी नुकसान कर रहे हैं। और ये कोई और नहीं बल्कि 'राजा दशरथ' का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल हैं। फिल्म में उनकी एंट्री से लोग खुश हैं, लेकिन इतनी टेंशन क्यों है?
'राजा' बने एक्टर से क्यों हैं खता?1. तुलना: रणबीर कपूर पहली बार भगवान राम के किरदार में नज़र आएंगे। इस किरदार को कौन निभाएगा, इसे लेकर असमंजस की स्थिति है। ऐसे में, उसी फिल्म में अरुण गोविल को राजा दशरथ का किरदार देना कितना सही है? चूँकि अभिनेता का प्रशंसक वर्ग मज़बूत है, इसलिए उनकी मौजूदगी से फिल्म को बढ़ावा मिलेगा। लेकिन राम के किरदार को अमर बनाने वाले इस अभिनेता से रणबीर कपूर की सीधी तुलना होगी। हो सकता है कि वे फिल्म में न हों, अगर वे अच्छा अभिनय करते हैं तो लोगों का ध्यान ज़्यादा नहीं जाता। लेकिन अब यह बिल्कुल साफ़ है कि लोग उनकी तुलना करेंगे। तुलना करने में कोई बुराई नहीं है। लेकिन अगर इसका असर फिल्म की कमाई पर पड़ता है, तो यह बहुत दुखदायी होगा।
2. राम बनाम राम: रामानंद सागर की रामायण से बनी उनकी छाप के कारण लोग उन्हें पूजते हैं। आज भी उनके प्रति अपार प्रेम है। लेकिन क्या दर्शकों के लिए उन्हें राजा दशरथ के किरदार में स्वीकार करना आसान होगा? शायद लोगों को पसंद आए। एक सवाल फ़िल्म रिलीज़ होने तक मन में रहेगा। यानी अब उम्र और नज़रिया बदल गया है। जिसकी वजह से अब चीज़ें इतनी मुश्किल नहीं होंगी, लेकिन फिर भी ऐसे किरदार को लाना कितना सुरक्षित है?
3. रणबीर खेल बदल सकते हैं। सब कुछ अभिनेता के अभिनय पर निर्भर करता है। लेकिन जब अरुण गोविल और रणबीर कपूर पर्दे पर साथ होंगे। वो सीन फ़िल्म में अहम भूमिका निभाएँगे। एक अभिनेता को अपने करियर में कई भूमिकाएँ निभानी होती हैं। इसलिए सबके द्वारा जज किए जाने के डर से खुद को नहीं रोका जा सकता। लेकिन फ़िल्म में अरुण गोविल की मौजूदगी सकारात्मक होगी या नकारात्मक। यह देखने लायक होगा।
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