Next Story
Newszop

कॉलेज रेप और ब्लैकमेल मामले का मुख्य आरोपी भागने की कोशिश में पुलिस की गोली का शिकार

Send Push

भोपाल में कॉलेज की छात्राओं से सामूहिक बलात्कार और ब्लैकमेल करने के एक भयावह मामले के मुख्य आरोपी फरहान को भागने की कोशिश के दौरान पुलिस ने गोली मार दी। यह घटना भोपाल के पास बिलकिसगंज में एक अपराध स्थल पर जाते समय हुई, जब उसने एक पुलिस अधिकारी का हथियार छीनने का प्रयास किया।

घटना का विवरण
पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना उस समय हुई जब अशोक गार्डन पुलिस फरहान को एक अन्य संदिग्ध अबरार की तलाश में सीहोर जिले के बिलकिसगंज ले जा रही थी। यात्रा के दौरान, फरहान ने कथित तौर पर वाहन को रोकने के लिए कहा ताकि वह रातीबड़ पुलिस स्टेशन के पास बाथरूम का उपयोग कर सके।

वाहन के बाहर, फरहान ने कथित तौर पर एक सब-इंस्पेक्टर की सर्विस रिवॉल्वर छीनने की कोशिश की। इसके बाद हुई हाथापाई में गोली चल गई, जो फरहान के पैर में लगी। पुलिस ने उसे तुरंत इलाज के लिए भोपाल के हमीदिया अस्पताल पहुंचाया।

पुलिस का बयान
अशोक गार्डन थाना प्रभारी हेमंत श्रीवास्तव ने बताया, "हम आरोपी फरहान के साथ एक अन्य संदिग्ध अबरार को पकड़ने के लिए बिलकिसगंज जा रहे थे। जब हम रातीबड़ पहुंचे तो फरहान ने शौच के लिए गाड़ी रोकने को कहा। इस दौरान उसने एक सब-इंस्पेक्टर की सर्विस रिवॉल्वर छीनने की कोशिश की और भागने की कोशिश की। इस दौरान हुई झड़प में गोली चल गई और फरहान को जा लगी। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दो पुलिस अधिकारियों को मामूली चोटें आई हैं और उनका इलाज चल रहा है। इस झगड़े में उनकी वर्दी भी फट गई।" डीसीपी प्रियंका शुक्ला का बयान
डीसीपी प्रियंका शुक्ला ने अतिरिक्त जानकारी देते हुए कहा, "फरहान के बयान के अनुसार, अशोक गार्डन की टीम उसे दूसरे आरोपी अबरार का पता लगाने के लिए सीहोर जिले के बिलकिसगंज ले जा रही थी। जब वे रातीबड़ के सरवर गांव पहुंचे, तो फरहान ने बाथरूम जाने के लिए गाड़ी रोकने का अनुरोध किया। जब पुलिस अधिकारी गाड़ी से उतरे, तो फरहान ने सब-इंस्पेक्टर की रिवॉल्वर छीनने की कोशिश की। संघर्ष के दौरान, बंदूक से गोली चल गई और फरहान के पैर में गोली लग गई। फिलहाल उसका हमीदिया अस्पताल में इलाज चल रहा है और जांच जारी है।"

सामूहिक बलात्कार मामले में फरहान की भूमिका
फरहान भोपाल की पांच कॉलेज छात्राओं से जुड़े कुख्यात सामूहिक बलात्कार मामले का मुख्य आरोपी है। आरोपी गिरोह कथित तौर पर रोमांटिक रिश्तों के बहाने युवतियों को बहला-फुसलाकर उन्हें ब्लैकमेल करता था और अश्लील वीडियो का इस्तेमाल करके उनका यौन शोषण करता था। इस मामले ने आक्रोश पैदा कर दिया है और चल रही जांच में फरहान का पकड़ा जाना एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है।

पुलिस जांच
हालाँकि फरहान की चोटें जानलेवा नहीं हैं, लेकिन पुलिस ने आश्वासन दिया है कि वे मामले की गहन जांच जारी रखेंगे। उन्होंने गिरोह के बाकी सदस्यों को भी पकड़ने का वादा किया है, जिसमें अबरार भी शामिल है, जिसके बारे में माना जाता है कि वह आपराधिक गतिविधियों में शामिल है। अधिकारियों ने पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता पर जोर दिया है।

एनसीडब्ल्यू ने उच्च स्तरीय समिति बनाई, सदस्य भोपाल पहुंचे
घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए, राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने अपनी अध्यक्ष रेखा शर्मा के निर्देशन में एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया। समिति के तीन सदस्य - निम्मी डांग (सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी और पूर्व आईजी पुलिस), रेखा शर्मा (सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता), और पूनम आहूजा (वरिष्ठ सचिव, एनसीडब्ल्यू) - भोपाल पहुंच चुके हैं और मामले की निष्पक्ष और गहन समझ सुनिश्चित करने के लिए आज जांच अधिकारियों से मिलेंगे।

Loving Newspoint? Download the app now