Next Story
Newszop

कर्ज और घाटे से परेशान कपड़ा व्यापारी ने पत्नी-बेटी संग की आत्महत्या, कारोबारी जगत में शोक

Send Push

राजधानी लखनऊ के चौक थाना क्षेत्र स्थित अशरफाबाद मोहल्ले से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहां कपड़ा व्यापारी शोभित रस्तोगी (45) ने व्यापार में लगातार हो रहे घाटे और कर्ज के बोझ से परेशान होकर अपनी पत्नी सुचिता (43) और बेटी ख्याति (16) के साथ आत्महत्या कर ली। यह घटना रविवार देर रात की है, जिसने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है।

कर्ज और घाटा बना आत्महत्या की वजह

पुलिस और व्यापारी साथियों के अनुसार, शोभित रस्तोगी ने कर्ज लेकर ‘जुगल फैशन पॉइंट’ नाम से एक कपड़े की दुकान राजाजीपुरम के ई ब्लॉक में शुरू की थी। शुरुआती दिनों में उम्मीद थी कि व्यापार चलेगा, लेकिन मुनाफा न मिलने और व्यापार में लगातार नुकसान ने उन्हें मानसिक रूप से तोड़ दिया था।

शोभित पर बैंक और स्थानीय साहूकारों का कर्ज था, जिसकी किश्तें और ब्याज चुकाना अब उनके लिए असंभव हो चला था। उनके करीबी व्यापारियों ने बताया कि वह पिछले कुछ महीनों से बेहद तनाव में थे, लेकिन उन्होंने कभी अपनी परेशानी खुलकर नहीं बताई।

आत्महत्या से पहले नहीं दी कोई भनक

रविवार देर रात शोभित ने पहले पत्नी सुचिता और बेटी ख्याति को किसी नशीले पदार्थ से बेहोश किया, फिर तीनों ने आत्महत्या कर ली। प्रारंभिक जांच में फंदे से लटककर जान देने की बात सामने आई है, हालांकि पुलिस अभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।

सोमवार सुबह जब दुकान नहीं खुली और घर का दरवाजा भी नहीं खोला गया, तो पड़ोसियों को शक हुआ। परिजनों और पुलिस की मौजूदगी में दरवाजा तोड़ा गया, तो तीनों के शव कमरे में पाए गए। यह दृश्य देखकर हर कोई स्तब्ध रह गया।

पुलिस जांच में जुटी

पुलिस ने घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं किया है, लेकिन पारिवारिक और आर्थिक स्थिति को देखते हुए कर्ज और तनाव को ही कारण माना जा रहा है। मामले की विस्तृत जांच की जा रही है।

चौक थाना प्रभारी ने बताया, "मौके की स्थिति देखकर प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और परिजनों के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।"

व्यापारी संगठनों में शोक

शोभित रस्तोगी की आत्महत्या की खबर से स्थानीय व्यापारी संगठन और कारोबारी जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। व्यापारियों ने प्रशासन से मांग की है कि छोटे व्यापारियों को कर्ज राहत देने की योजना बनाई जाए, ताकि कोई और व्यापारी ऐसा कठोर कदम न उठाए।

Loving Newspoint? Download the app now