अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि पिछले सप्ताह मंडी जिले के थुनाग, गोहर और करसोग उपखंडों में बादल फटने, अचानक बाढ़ आने और भूस्खलन के बाद लापता हुए 30 लोगों का पता लगाने के लिए ड्रोन और खोजी कुत्तों की मदद से खोज और बचाव अभियान चलाया जा रहा है।
राष्ट्रीय और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, सेना, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस और होमगार्ड के करीब 250 जवान प्रशासन और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर खोज और बचाव कार्य कर रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि इसके अलावा 20 टीमें सूचना एकत्र कर रही हैं और दुर्गम क्षेत्रों में राशन और चिकित्सा किट वितरित कर रही हैं।
अब तक प्रभावित लोगों को 1,538 राशन किट वितरित किए जा चुके हैं और 12.44 लाख रुपये की तत्काल राहत प्रदान की गई है। उन्होंने बताया कि थुनाग और जंझेली क्षेत्रों में 5-5 लाख रुपये की अतिरिक्त सहायता भेजी जा रही है।
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