उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में एक चौंकाने वाला पारिवारिक हत्याकांड सामने आया है, जहां संपत्ति विवाद के चलते एक बेटे और पत्नी ने मिलकर घर के मुखिया की हत्या कर दी। यह सनसनीखेज मामला मंडावर थाना क्षेत्र के मोहल्ला शाह विलायत का है, जहां रहने वाले शहजाद अहमद (उम्र लगभग 60 वर्ष) को उनके ही परिवार ने मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने मामले में आरोपी पत्नी शगुफ्ता परवीन और बेटे अम्मार को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दूसरे बेटे हम्माद और एक अन्य व्यक्ति सलीम की भूमिका की जांच की जा रही है।
शक के आधार पर शुरू हुई जांच20 मई को शहजाद अहमद के भतीजे हिफजान अहमद ने पुलिस को सूचना दी कि उनके चाचा की 19 मई की रात अचानक मौत हो गई है। लेकिन उन्होंने संदेह जताया कि यह सामान्य मृत्यु नहीं है। सूचना मिलते ही मंडावर पुलिस मौके पर पहुंची और परिवार की आपत्ति के बावजूद शव का पोस्टमार्टम कराया गया। रिपोर्ट में यह सामने आया कि शहजाद अहमद की मौत दम घुटने से हुई है और उनके शरीर पर चोटों के निशान भी पाए गए।
सीसीटीवी से खुला झूठ का पर्दापुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मृतक की पत्नी शगुफ्ता, बेटे अम्मार और हम्माद से अलग-अलग पूछताछ की। पूछताछ में अम्मार ने दावा किया कि वह दिल्ली में था और पिता की मौत की खबर मिलते ही 20 मई को घर लौटा। लेकिन जब पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, तो सच्चाई सामने आ गई। कैमरे में साफ दिखा कि 19 मई की रात 9:30 बजे अम्मार अपने घर की ओर जा रहा था।
बेटे ने कबूला अपराधकड़ी पूछताछ में अम्मार टूट गया और अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसने बताया कि उसके पिता पुश्तैनी संपत्ति बेचकर उसे और उसके भाई को बेदखल करना चाहते थे। उन्होंने इस बाबत एक अखबार में इश्तेहार भी छपवाया था। इसी बात को लेकर परिवार में लंबे समय से तनाव चल रहा था। 17 मई को भी इस मुद्दे पर बहस हुई थी। 19 मई की रात को जब शहजाद ने फिर साफ इनकार किया और पत्नी व बेटे को ‘लालची’ कहकर झिड़का, तो गुस्से में आकर अम्मार और शगुफ्ता ने उनकी हत्या कर दी।
कत्ल का तरीका और गिरफ्तारीअम्मार के बयान के अनुसार, रात करीब 11 बजे उन्होंने शहजाद को चारपाई पर पटक दिया और उनके मुंह पर तकिया और कंबल रखकर तब तक दबाया जब तक उनकी सांसें नहीं थम गईं। इसके बाद शव को उसी तरह चारपाई पर छोड़ दिया गया और ऊपर से मच्छरदानी डाल दी गई ताकि किसी को शक न हो।
पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त तकिया और कंबल जब्त कर लिया है। एसएसपी अभिषेक झा ने बताया कि आरोपी पत्नी और बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है, और बाकी संदिग्धों की भूमिका की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि जो भी दोषी होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
निष्कर्षयह हत्याकांड एक बार फिर साबित करता है कि संपत्ति को लेकर परिवारों में बढ़ती कलह किस हद तक लोगों को अंधा बना सकती है। बिजनौर की यह घटना समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि पारिवारिक विवादों को बातचीत से सुलझाने के बजाय हिंसा का रास्ता चुनना अंतहीन दुख और अपराध की ओर ले जाता है।
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