– मेले की सफलता ने संस्कारधानी को किया गौरवान्वित : महापौर – राम नवमी पर आयोजित क्विज प्रतियोगिता में बच्चों से पूछे रामायण से जुड़े सवाल
जबलपुर, 6 अप्रैल . जबलपुर में आयोजित पुस्तक मेला में तेरहवें दिन रविवार को बड़ी संख्या में अभिभावक मेला स्थल पर पहुंचे और रियायती दरों पर अपने बच्चों के लिए पाठ्य पुस्तकों, कॉपियों, स्कूल बैग और यूनिफॉर्म सहित अन्य शैक्षणिक सामग्रियों की खरीदी की. इसके साथ ही उन्होंने पुस्तक मेला में प्रतिदिन आयोजित किए जा रहे सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बाल कलाकारों द्वारा मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुतियों का आनंद लिया और फूड जोन में लगे स्टॉलों से स्वादिष्ट पकवानों का स्वाद भी लिया.
दरअसल, स्कूली बच्चों और अभिभावकों को रियायती दरों पर पुस्तक, कॉपी एवं यूनिफॉर्म उपलब्ध कराने गोलबाजार स्थित शहीद स्मारक भवन के प्रांगण में आयोजित किया जा रहा पुस्तक और गणवेश मेला नित नये आयामों को छू रहा है. जबलपुर के पुस्तक और गणवेश मेला को मिल रही अभूतपूर्व सफलता को देखते हुए प्रदेश की अन्य जिलों द्वारा भी इसी तर्ज पर अपने यहां मेला आयोजित करने के प्रयास किये जा रहे हैं. पुस्तक मेले में दिन प्रतिदिन उमड़ रही अभिभावकों की बड़ी संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा इसे तीन दिन और बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. पुस्तक और गणवेश मेला अब सोमवार 8 अप्रैल एवं मंगलवार 9 अप्रैल को भी जारी रहेगा. दोनों दिन यह शाम 4 बजे से रात 10 बजे तक खुला रहेगा.
पुस्तक मेला में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की संध्या में रविवार की शाम महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू, गैस अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया लिमिटेड के स्वतंत्र निदेशक श्री अखिलेश जैन एवं मध्यप्रदेश पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष एवं शासकीय महाकौशल महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अलकेश चतुर्वेदी सम्मिलित हुए. कार्यक्रम का शुभारम्भ मंचासीन अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया गया. राम नवमी पर स्कूली बच्चों के लिए आयोजित की गई क्विज प्रतियोगिता सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आकर्षण का मुख्य केंद्र रही. प्रतियोगिता में बच्चों से भगवान श्रीराम के जीवन से जुड़े विभिन्न सवाल पूछे गए. प्रश्नों का सही उत्तर देने वाले बच्चों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया गया.
महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने अपने संबोधन में पुस्तक मेला के सफल आयोजन के लिए कलेक्टर दीपक सक्सेना को साधुवाद दिया. उन्होंने कहा कि यहां न्यूनतम दरों पर सभी कक्षाओं की पाठ्य पुस्तकें, कॉपियां, गुणवत्ता युक्त यूनिफार्म स्कूल बैग एवं सभी शैक्षणिक सामग्रियां एक ही स्थान पर उपलब्ध कराई जा रही हैं. पुस्तक मेला में आने वाले बच्चे और अभिभावक शैक्षणिक सामग्री खरीदकर खुश दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने पुस्तक मेला के मॉडल की तारीफ करते हुए कहा कि यहां सब कुछ व्यवस्थित दिखाई दे रहा है.
महापौर ने कहा कि संस्कारधानी जबलपुर की धरती पर पुस्तक मेला जैसे आयोजनों की सभी जगह सराहना की जाती है तो ह्रदय में प्रसन्नता का अनुभव होता है. उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों को रियायती दरों पर पुस्तकें, कापियां एवं गणवेश उपलब्ध कराने नवाचार के तौर पर प्रदेश में पुस्तक मेला के आयोजन की शुरुआत पिछले वर्ष जबलपुर से ही कि गई थी और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने प्रदेश के सभी जिलों में पुस्तक मेला आयोजित करने के निर्देश दिये थे.
गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड के स्वतंत्र निदेशक अखिलेश जैन ने अपने संबोधन में पुस्तक मेला को जिला प्रशासन का सराहनीय कदम बताया. जैन ने कहा कि पुस्तक मेला से उन्होंने ने भी अपने बेटे के लिए ग्यारहवीं कक्षा की पाठ्य पुस्तकें मात्र 740 रुपए में खरीदी हैं. पुस्तक मेला में बच्चों और अभिभावकों को एक ही मंच पर शैक्षणिक सामग्री उपलब्ध कराई जा रही हैं, यह कलेक्टर दीपक सक्सेना की इच्छाशक्ति का परिणाम है. पीएमश्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस शासकीय महाकौशल महाविद्यालय के प्राचार्य अलकेश चतुर्वेदी ने पुस्तक मेला के सफल आयोजन के लिये जिला प्रशासन के प्रयासों की सराहना की. चतुर्वेदी ने बताया कि उन्होंने भी पुस्तक मेले से अपने बच्चों के लिए मात्र 750 रूपए में पाठ्य पुस्तकें खरीदी हैं. इस अवसर पर उन्होंने पुस्तक मेला में लगाए गए बुक बैंक स्टॉल की भी प्रशंसा की.
तोमर
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