ताइपे (ताइवान), 14 अगस्त (Udaipur Kiran) । ताइवान का स्वतंत्र राष्ट्र होना चीन को फूटी आंख नहीं सुहाता। उसकी हरचंद कोशिश है कि ताइवान चीन का हिस्सा बने। वह लंबे समय से इस कोशिश में लगा हुआ है। ताइवान के आसपास चीन के लड़ाकू विमान मंडराते रहते हैं। ताइवान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय ((एमएनडी) ने कहा कि आज सुबह उसके जल क्षेत्र में चीन की सैन्य गतिविधियां देखी गईं।
एमएनडी ने एक्स पोस्ट में कहा कि आज सुबह 6:00 बजे (स्थानीय समय) तक उसके क्षेत्रीय जलक्षेत्र में चीन के आठ विमान और दो नौसैनिक जहाज आक्रामक मुद्रा में दिखे। यह उड़ानें मध्य रेखा को पार कर ताइवान के उत्तरी और दक्षिण-पश्चिमी रक्षा पहचान क्षेत्र (एडीआईजेड) में प्रवेश कर गईं। रक्षा मंत्रालय का कहना है कि चीन की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। बढ़ी हुई सैन्य हलचल पर माकूल कार्रवाई की गई है।
ताइपे टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने पश्चिमी देशों से ताइवान के साथ खड़े होने और द्वीपीय राष्ट्र के साथ अपनी आर्थिक साझेदारी को गहरा करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इसकी जरूरत है, क्योंकि चीन, ताइवान पर अपना दबाव बढ़ा रहा है। इसके अलावा जापान की संसेतो पार्टी के संस्थापक और सांसद सोहेई कामिया ने कहा कि जापान को ताइवान का साथ देना चाहिए। कामिया ने कहा कि टोक्यो को इस बात के प्रति सचेत रहना चाहिए कि चीन जापान में कैसे घुसपैठ कर रहा है।
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(Udaipur Kiran) / मुकुंद
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