उज्जैन, 27 जून (Udaipur Kiran) । शुक्रवार को शहर में इस्कान और खाती समाज की रथ यात्राएं निकली। भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा में हजारों श्रद्धालु शामिल हुए। पुराने और नये शहर में उत्सवी उल्लास का माहौल रहा। इंद्रदेव ने भी अपनी उपस्थिति देकर भगवान के पैर पखारे और बादलों को आसमान से हटा लिया। अपरांह 3 बजे बाद से शहर के आसमान पर सूरज झांकता रहा। धूप निकलने से लोगों ने भी राहत की सांस ली। यातायात पुलिस ने रात्रि 10 बजे तक दोनों यात्राओं के मार्गो पर यातायात परिवर्तित किया था।
* आगर मार्ग स्थित कृषि उपज मण्डी क्षेत्र से इस्कान की रथ यात्रा निकली। तीन रथों पर भगवान जगन्नाथ,सुभद्रा और बलभद्र विराजीत थे। भगवान की पौशाखें भक्तों ने लाखो रूपए खर्च कर बनवाई थी,जोकि आकर्षण का केंद्र रही। रथ यात्रा के मद्देनजर इस मार्ग पर आनेवाले वाहनों का मार्ग यातायात विभाग ने परिवर्तित कर दिया था। रथ यात्रा में भगवान के दर्शन करने और पूष्प अर्पित करने हजारों श्रद्धालु पहुंचे। पूरे रास्ते रथ यात्रा का स्वागत किया गया। रथ यात्रा में हाथी, बग्घी, घोड़े, बैलगाड़ी पर विभिन्न झांकिया थीं। लोक नर्तक अपनी जनजातीय लोक कला में नृत्य करते हुए चल रहे थे। नृत्य मण्डलियां भी प्रस्तुति दे रही थी। रथ यात्रा बीमा चौराहा, अरविंद नगर चौराहा, चामुण्ड माता मंदिर चौराहा होकर फ्रीगंज ओव्हर ब्रिज पहुंची। यहां से रथ यात्रा घण्टाघर चौक,तीन बत्ती चौराहा,देवास रोड़ होकर कालिदास संस्कृत अकादेमी परिसर पहुंची। यहां गुंदेचा मंदिर बनाया गया है,जहां भगवान विश्राम करेंगे। यहां 5 जुलाई तक विभिन्न धार्मिक,सांस्कृतिक आयोजन सम्पन्न होंगे। 5 जुलाई को पुन: रथ यात्रा इस्कान मंदिर के लिए रवाना होगी।
* इस्कॉन की रथयात्रा का ग्राण्ड होटल पर स्वागत निगम अध्यक्ष कलावती यादव के नेतृत्व में किया गया। एमआईसी सदस्य दुर्गा चौधरी, जितेन्द्र कुवाल, सुशील श्रीवास, पुरुषोत्तम मालवीय, पंकज चौधरी भी उपस्थित थे।
* खाती समाज की रथ यात्रा शुक्रवार अपरांह 3 बजे खाती का मंदिर,कार्तिक चौक से धूमधाम से निकली। वर्षो से निकल रही इस परंपरागत रथ यात्रा का मार्ग कार्तिक चौक,गणगौर दरवाजा,दानी गेट,ढाबा रोड़, टंकी चौक,मिर्जा नईम बेग मार्ग, तेलीवाड़ा,कण्ठाल,सतीगेट, सराफा,छत्रीचौक,गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी तिराहा,पानदरिबा होकर पुन: खाती का मंदिर पहुंची। रास्तेभर श्रद्धालुओं ने मंच बनाकर रथ यात्रा का स्वागत किया। रथ यात्रा में खाती समाजजन समीपस्थ शहरों एवं अचलों से आए थे। इस मार्ग पर भी यातायात पुलिस द्वारा यातायात को परिवर्तित किया गया था। यात्रा मार्ग पर वाहनों का प्रवेश पूर्ण रूप से प्रतिबंधित किया गया था।
* जगन्नाथ रथयात्रा निकलने के पश्चात नगर निगम कर्मचारियों ने यात्रा मार्ग पर हाथोंहाथ सफाई की और शहर को स्वच्छता का संदेश दिया। निगमायुक्त आशीष पाठक ने बताया कि दोनों रथयात्रा मार्गों पर सफाई व्यवस्था के विशेष इंतजाम किए गए थे।
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(Udaipur Kiran) / ललित ज्वेल
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