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बिहार बदलाव यात्रा' के तहत बगहा पहुंचे प्रशांत किशोर

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पश्चिम चंपारण(बगहा),13 अगस्त (Udaipur Kiran) । जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर अपनी ‘बिहार बदलाव यात्रा’ के तहत लगातार अलग-अलग जिलों और प्रखंडों में लोगों से संवाद कर रहे हैं और स्थानीय पत्रकारों से भी बात कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज उन्होंने पश्चिम चंपारण के बगहा नगर परिषद अंतर्गत बबुई टोला मैदान में आयोजित बिहार बदलाव सभा को संबोधित किया।

प्रशांत किशोर ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार के लोगों ने पीएम मोदी को मंदिर के लिए वोट दिया, वो बन गया। जाति के नाम पर वोट दिया तो नीतीश कुमार ने जाति गणना करा दिया। पीएम मोदी बिहार के लोगों का वोट लेकर और देश भर का पैसा लेकर अपने राज्य गुजरात में फैक्ट्री लगवा रहे हैं। आपने अभी तक अपने बच्चों के लिए वोट नहीं दिया। इसलिए आपके बच्चे मोदी के गुजरात में जाकर उन्हीं फैक्ट्रियों में मजदूरी कर रहे हैं।

प्रशांत किशोर ने कहा कि आपने मोदी का चेहरा देख कर वोट दिया तो चायवाला प्रधानमंत्री बन गया। लालू का चेहरा देखकर वोट दिया तो भैंस चराने वाला 30 साल से राजा बना हुआ है। नीतीश का चेहरा देखकर वोट दिया तो वैद्य का लड़का 20 साल से शासन कर रहा है। इस बार नेताओं का चेहरा देखकर वोट न करें, चाहे लालू हों, नीतीश हों या मोदी हों। इस बार अपने बच्चों के लिए वोट दें और बिहार में जनता का राज स्थापित करें। इस बार अपने बच्चों की शिक्षा और रोजगार के लिए वोट करें।

प्रशांत किशोर ने पश्चिम चंपारण की जनता से किया बड़ा वादा, कहा- छठ के बाद युवाओं को बिहार में ही 10–12 हजार रुपया का रोजगार मिलेगा, बुजुर्गों को *2000 रुपया पेंशन, बच्चों को निजी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा भी देंगे।

प्रशांत किशोर ने पश्चिम चंपारण की जनता से कहा कि इस बार अपने बच्चों का चेहरा देखकर वोट कीजिए। इस साल बिहार की बदहाली की आखिरी दिवाली और छठ होगी। छठ के बाद बगहा के या पश्चिम चंपारण के युवाओं को 10-12 हजार रुपया की मजदूरी करने के लिए अपना घर-परिवार छोड़कर नहीं जाना पड़ेगा। बिहार भर के ऐसे 50 लाख युवाओं को वापस बुलाकर उन्हें यहीं 10-12 हजार रुपया का रोजगार दे दिया जायेगा।

उन्होंने कहा कि दिसंबर 2025 से 60 साल से अधिक उम्र के हर पुरुष और महिला को 2000 रुपया मासिक पेंशन दी जाएगी। साथ ही जब तक सरकारी विद्यालयों में सुधार नहीं हो जायेगा, तब तक आप अपने 15 साल से कम उम्र के बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ाएं और उनकी फीस सरकार भरेगी ताकि गरीब का बच्चा भी अंग्रेजी मीडियम स्कूल में पढ़ सके।

(Udaipur Kiran) नाथ तिवारी

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(Udaipur Kiran) / अरविन्द नाथ तिवारी

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