कोलंबो, 02 जून . श्रीलंका में दो लोग कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन सब वेरिएंट-एलएफ.7 और एक्सएफजी से पीड़ित पाए गए हैं. देश के स्वास्थ्य अधिकारियों ने इसके बाद देश में निगरानी प्रयासों को बढ़ा दिया है. हालांकि, श्रीलंका में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में कोई उछाल नहीं है, लेकिन सरकार अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों और बंदरगाहों पर निगरानी बढ़ाने पर विचार कर रही है.
डेली मिरर अखबार की खबर के अनुसार देश के चिकित्सा विशेषज्ञों ने कहा है कि नया वेरिएंट वायरल विकास का एक नियमित हिस्सा है. एलर्जी, इम्यूनोलॉजी और मॉलिक्यूलर मेडिसिन के विशेषज्ञ प्रोफेसर चंदिमा जीवनंदरा ने कहा है कि एक नया कोविड-19 वैरिएंट, एनबी.1.8.1 दुनिया भर में मरीजों की संख्या में वृद्धि का कारण बन रहा है. नए वैरिएंट को पहली बार इस साल जनवरी में पहचाना गया. तब से कई देशों में यह पांव पसार चुका है.
प्रो. जीवनंदरा ने कहा कि नया वैरिएंट पहले के स्ट्रेन की तुलना में अधिक गंभीर बीमारी का कारण नहीं बनता है. अधिकांश संक्रमण हल्के होते हैं, खासकर उन लोगों में जिन्हें टीका लगाया गया है. उन्होंने घबराने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन सावधान रहना चाहिए.
लेडी रिजवे चिल्ड्रन हॉस्पिटल की डॉ. दीपल परेरा ने कहा कि डेंगू, चिकनगुनिया और इन्फ्लूएंजा पहले से ही बढ़ रहे हैं. बच्चों में इनका प्रकोप है. इन्फ्लूएंजा के मरीज बढ़ने से स्वास्थ्य सेवाओं पर अतिरिक्त दबाव पड़ रहा है.
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/ मुकुंद
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