बाड़मेर, 13 मई . बालोतरा जिले के मंडली क्षेत्र के सेड़वा कला गांव में सोमवार देर शाम एक बार फिर पैंथर दिखाई दिया. यह वही पैंथर बताया जा रहा है जो कुछ समय पहले पचपदरा रिफाइनरी क्षेत्र में भी नजर आया था. गांव में घुसते ही पैंथर ने तीन ग्रामीणों को घायल कर दिया.
जानकारी के अनुसार सोमवार शाम को रोडवा कला गांव के बस स्टैंड के सामने कलाराम भील के कच्चे छप्पर में पैंथर दिखा. ग्रामीणों ने शोर मचाया तो वह भागकर बकरियों के बाड़े की तरफ चला गया. इसी दौरान बीच में आए शंकरराम, हुकमाराम और राणाराम भील पैंथर के हमले का शिकार हो गए. तीनों को चोटें आईं, जिन्हें मंडली के राजकीय चिकित्सालय ले जाया गया, जहां उनका प्राथमिक उपचार किया गया.
घटना की सूचना मिलते ही मंडली पुलिस और बालोतरा वन विभाग को बुलाया गया. हालांकि, वन विभाग की बालोतरा और जोधपुर की टीमें चार घंटे तक नहीं पहुंच सकीं. बाद में बालोतरा वन विभाग के रेंजर उमराव सिंह टीम सहित मौके पर पहुंचे.
रेंजर उमराव सिंह ने बताया कि पैंथर एक खुले कमरे में बैठा हुआ है, जिसके दरवाजे और खिड़कियां खुली हैं. ट्रैंकुलाइजर गन की मदद से पैंथर को पकड़ने की तैयारी की जा रही है. लकड़ी की प्लाई या कोई दूसरा साधन नहीं होने के कारण दरवाजा बंद करना संभव नहीं हो पा रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि यह वही पैंथर है जो पहले पचपदरा रिफाइनरी में देखा गया था.
गौरतलब है कि 25 मार्च को पचपदरा रिफाइनरी में भी पैंथर ने हमला कर दो लोगों को घायल कर दिया था. इसके बाद वह कभी रिफाइनरी के अंदर तो कभी बाहर दिखता रहा. कई दिनों तक वन विभाग की टीमें तैनात रहीं, लेकिन वह पकड़ा नहीं गया. अब एक बार फिर उसकी मौजूदगी से गांव में डर का माहौल बना हुआ है.
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/ रोहित
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