मुरादाबाद, 18 अप्रैल . संशोधित वक्फ कानून से आम मुसलमानों का कोई लेना देना नहीं है. कुछ लोगों ने एक सिंडिकेट बनाया हुआ है. वक्फ के नाम पर संपत्तियों की लूट मची हुई है. वक्फ की संपत्तियों का लगातार दुरुपयोग हो रहा है. इसीलिए यह कानून बहुत जरूरी था. यह बातें शुक्रवार को संभल पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान ने हल्लू सराय में पत्रकारों से बात करते हुए कही.
डॉ. संजीव बालियान ने कहा कि मुझे आज पता लगा कि मेरे जनपद मुजफ्फरनगर में पौने दो सौ संपत्तियां वक्फ की हैं, जो व्यवसायिक उपयोग में इस्तेमाल हो रही हैं. मैं पूछना चाहता हूं कि वो पैसा कहा जा रहा है. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसी को नहीं पता कि भोले भाले मुसलमानों को मोहरा बना कर यह बड़े लोग अपनी राजनीति करना चाहते हैं और धार्मिक आधार पर देश को बांटना चाहते हैं. वक्फ के नाम पर लगातार दुरुपयोग हो रहा है. वक्फ के नाम पर कोई संपत्ति देखी सरकारी है और कागज पर लिखवा लिया. जो जमीन वक्फ की है, उसमें कालोनी काट दी, उसे कमर्शियल बना लिया. आखिर वह पैसा कहां जा रहा है, किसी को नहीं पता. डॉ. संजीव बालियान ने कहा कि डीएम की कोठी हो या, एसपी की कोठी हो या फिर और कोई सरकारी आवास, सबकाे वक्फ बता दे रहे हैं. इसलिए कानून में संशोधन बहुत जरूरी था.
उन्होंने कहा कि ओवैसी को तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश से कुछ ज्यादा प्यार है. वह यहीं क्यों नहीं आ जाते. असदुद्दीन ओवैसी हर घटना पर वक्तव्य देते हैं. सम्भल पर आए दिन बोलते हैं. संभल में पुलिस चौकी बनी, यह सरकारी काम था. उसमें ओवैसी को क्या दिक्कत थी. मेरी समझ में नहीं आता.
/ निमित कुमार जायसवाल
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