कोलकाता, 15 अप्रैल . राज्य सरकार द्वारा संचालित आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की जूनियर महिला डॉक्टर, जिनका अगस्त 2023 में अस्पताल परिसर में दुष्कर्म और हत्या कर दी गई थी, उनके माता-पिता ने घोषणा की कि वे 21 अप्रैल को सचिवालय तक होने वाले प्रदर्शन मार्च में हिस्सा लेंगे. यह मार्च उन शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों द्वारा आयोजित किया जा रहा है, जिनकी नौकरियां स्कूल सेवा आयोग घोटाले के कारण रद्द कर दी गई थीं.
पीड़िता के पिता ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मार्च के आयोजकों ने उन्हें और उनकी पत्नी को आमंत्रित किया था और वे इसमें शामिल होने के लिए सहमत हो गए हैं. उन्होंने कहा कि जैसे मेरी बेटी भ्रष्ट व्यवस्था की शिकार थी, वैसे ही वे शिक्षक और कर्मचारी भी हैं, जिन्हें योग्य होने के बावजूद नौकरी से हाथ धोना पड़ा. हम अब हर उस आंदोलन का हिस्सा बनेंगे जो न्याय के लिए है.
उल्लेखनीय है कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने कलकत्ता हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा है, जिसमें 2016 में पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग द्वारा की गई 25 हजार 753 शिक्षण और गैर-शिक्षण नियुक्तियों को रद्द कर दिया गया था. अदालत ने माना था कि राज्य सरकार और आयोग योग्य और घोटाले में शामिल उम्मीदवारों के बीच अंतर नहीं कर सके.
इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए पीड़िता के पिता ने कहा, “यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि भ्रष्टाचार के चलते वे उम्मीदवार, जिन्होंने अपनी मेहनत से नौकरी पाई थी, आज बेरोजगार हैं. हमारी बेटी अब लौटकर नहीं आएगी, लेकिन हम उस हर आवाज़ के साथ खड़े होंगे जो भ्रष्टाचार के खिलाफ उठेगी.”
/ ओम पराशर
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