नई दिल्ली, 18 अप्रैल . कांग्रेस नेता एवं लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया को पत्र लिखकर राज्य सरकार से रोहित वेमुला एक्ट नाम से एक कानून बनाने का आग्रह किया है. इस कानून के जरिये यह सुनिश्चित किया जाए कि शिक्षा प्रणाली में किसी को भी जाति आधारित भेदभाव का सामना न करना पड़े.
राहुल गांधी ने अपने पत्र में डॉ. भीमराव आंबेडकर के जीवनकाल में उनके साथ हुए जातिगत भेदभाव को रेखांकित करते हुए कहा कि डॉ. आंबेडकर ने जो कुछ झेला, वह शर्मनाक था. राहुल गांधी ने कहा कि बाबासाहेब आंबेडकर ने दिखाया कि शिक्षा ही वह साधन है, जिससे वंचित भी सशक्त बन कर जातिभेद को तोड़ सकते हैं. इसके बावजूद लाखों छात्र हमारी शिक्षा व्यवस्था में जातिगत भेदभाव का सामना कर रहे हैं. राहुल गांधी ने कहा कि इसी भेदभाव ने रोहित वेमुला, पायल तड़वी और दर्शन सोलंकी जैसे होनहार छात्रों की जान ली है. इसलिए सिद्धरमैया से आग्रह किया है कि कर्नाटक में रोहित वेमुला एक्ट लागू किया जाए.
उल्लेखनीय है कि हैदराबाद विश्वविद्यालय के छात्र रहे दलित तबके के रोहित वेमुला ने 2016 में आत्महत्या कर ली थी. कांग्रेस ने 2023 के अपने रायपुर महाधिवेशन में वादा किया था कि सत्ता में आने पर वह ‘रोहित वेमुला अधिनियम’ नामक एक विशेष कानून पारित करेगी.
—————
/ दधिबल यादव
You may also like
यमुनानगर में 'साइक्लोथॉन 2.0': चिलचिलाती धूप में साइकिल पर निकले लोग, नशे से दूरी बनाने का दे रहे संदेश
मध्य प्रदेश : सागर में प्रेम प्रसंग पर भड़की हिंसा, कई घरों को बनाया गया निशाना
विश्व हिन्दू परिषद ने बंगाल में हिन्दुओं पर हो रहे हिंसा के विरोध में ममता का किया पुतला दहन
नारनौल में 12 करोड़ से बनेगा बहुउद्देशीय ऑडिटोरियम
जींद : विश्व हिंदू परिषद कार्यकर्ताओं ने फूंका ममता सरकार का पुतला