झाबुआ, 22 जून (Udaipur Kiran) । जिले के थान्दला जनपद के ग्राम भामल में अचानक हुई उल्टी दस्त और घबराहट की शिकायत के बाद एक बुजुर्ग व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि 6 महिलाओं सहित 11 लोगों को अस्पताल में एडमिट कराया गया है। मिली जानकारी अनुसार बीमार हुए लोग तीन परिवार के सदस्य हैं, और नजदीकी घरों में रहते हैं। यहां कुछ लोगों ने शनिवार को उपवास रखा था, और इस दौरान उनकी तबीयत बिगड़ना शुरू हो गई। संभवतः पहली बरसात के बाद दूषित पानी से या दूषित खाद्य पदार्थ के सेवन से उन्हें इस तरह की शिकायत हुई। अंदेशा जताया जा रहा है कि संभवतः कुएं का पानी दूषित हो, जिसके पीने के बाद ऐसी स्थिति निर्मित हुई, किंतु ऐसी संभावना निराधार है, क्योंकि पिछले करीब तीन दशक से गांव की पूरी आबादी के द्वारा पेयजल के रूप में इसी कुएं का पानी का ही उपयोग किया जा रहा है, और पी एच ई विभाग द्वारा कुएं के पानी की जांच भी कराई जा चुकी है।
भामल गांव में दर्जन भर लोगों को हुई इस तरह की शिकायत मिलते ही अनुविभागीय दंडाधिकारी थांदला, तरुण जैन भामल पहुंचे। वहां पहुंचे एस डी एम ने स्थिति की समीक्षा की, और पी एच ई अधिकारी को पेयजल स्त्रोत की पुनः जांच के आदेश दिए। एसडीएम तरुण जैन ने बीमार लोगों का हाल जानने के लिए पेटलावद के अस्पतालों का भी दौरा किया। ग्राम के एक दर्जन लोगों को एक साथ हुई शिकायत की असली वजह अभी पता नहीं हो पाई है। इस संबंध में प्रशासनिक रूप से जांच शुरू कर दी गई है।
ग्राम भामल में कल शनिवार को किसी तरह का कोई आयोजन नहीं था, और न ही कोई सामूहिक भोज का ही आयोजन था, ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि दूषित पानी पीने या किसी तरह के कोई दूषित भोजन से दर्जन भर लोगों को इस तरह की शिकायत हुई। मिली जानकारी अनुसार गांव के तीन परिवार के लोगों ने जिन्होंने शनिवार को उपवास रखा था, और इस दौरान उन्हें उल्टी, दस्त और घबराहट की शिकायत होने लगी थी। उक्त शिकायत के चलते शनिवार शाम को नाहरसिंह पुत्र लालसिंह (60) वर्ष) निवासी ग्राम भामल, की मौत हो गई, जबकि रविवार सुबह तक पेटलावद के विभिन्न निजी अस्पतालों में 11 लोगों को चिकित्सा हेतु एडमिट कराया गया। मरीजों में 6 महिलाओं सहित 5 पुरुष हैं। चिकित्सकों के अनुसार सभी एडमिट मरीजों की स्थिति बिल्कुल ठीक है। ऐसा माना जा रहा है कि संभवतः दूषित पानी पीने या दूषित खाद्य पदार्थ का सेवन करने से ही इस तरह की शिकायत हुई है।
इस संबंध में जानकारी चाहे जाने पर अनुविभागीय दंडाधिकारी थांदला तरुण जैन ने हिंदुस्थान समाचार को कहा कि ग्राम भामल में कुछ लोगों को हुई उल्टी-दस्त की शिकायत मिलने के तत्काल बाद वहां पहुंच कर स्थिति की समीक्षा की गई। कुएं के पानी सहित प्रभावित घरों के पानी के भी सेंपल जांच हेतु लिए गए हैं। बीमार हुए लोग तीन घरों के सदस्य हैं, जो आसपास रहते हैं। संभवतः कोई दूषित पानी पीने या खाद्य पदार्थ का सेवन करने से ही इस तरह की शिकायत हुई है। एसडीएम ने इस बात से असहमति जताई कि कुएं का पानी पीने से इस तरह की शिकायत हुई है। जैन ने कहा पिछले कई सालों से पूरे गांव में इसी कुएं का पानी वितरित किया जा रहा है, फिर भी कुएं के पानी की पुनः जांच हेतु पानी के सेंपल लिए गए है। मृतक व्यक्ति कल सुबह से ही बीमार थे, किंतु देर शाम तक उन्हें न तो अस्पताल ले जाया गया, और नहीं ही कोई चिकित्सा ही कराई गई।
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(Udaipur Kiran) / डॉ. उमेश चंद्र शर्मा
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