यमुनानगर, 4 जून (Udaipur Kiran) । छछरौली में खंड कार्यक्रम कार्यालय में तैनात डाटा एंट्री ऑपरेटर ने अपने ही कार्यालय के खंड कार्यक्रम प्रबंधक पर
प्रधानमंत्री के यमुनानगर कार्यक्रम में बसों में गई महिलाएं के फर्जी बिल बनाने और स्वयं समूह सेविकाओं का मानदेय न देने के खिलाफ बुधवार काे जिला उपायुक्त को शिकायत कर सख्त कार्रवाई की मांग की।
डाटा एंट्री ऑपरेटर करण अरोड़ा ने बुधवार को दी अपनी शिकायत में बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 14 अप्रैल को यमुनानगर के केल में आयोजित कार्यक्रम में आए थे। जहां छछरौली से खंड कार्यक्रम प्रबंधक मोहनलता के माध्यम से वहां बसों में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को लाया गया था। प्रत्येक बस में 50-50 महिलाओं को लाने की आदेश दिए गए थे। लेकिन यहां से किसी बस में 30 तो किसी बस से 25 महिलाएं ही गई थी। जबकि महिलाओं के खाने-पीने सहित अन्य बिल 50 महिला प्रति बस के हिसाब से बनाने के आदेश दिए। जबकि उन्होंने गलत बिल बनाने से मना कर दिया।
इसके अलावा स्वयं समूह सेविकाओं का जो मानदेय आया हुआ था, उन्हें वह भी नहीं दिया गया और ना ही उन्हें बताया गया कि उनका मानदेय आ चुका है। उन्होंने जिला उपायुक्त से मांग करते हुए कहा कि खंड कार्यक्रम प्रबंधक मोहनलता के खिलाफ जांच कर सख्त कार्रवाई की जाए।
(Udaipur Kiran) / अवतार सिंह चुग
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