कानपुर, 09 नवंबर (हि.). Uttar Pradesh के कानपुर जनपद में मॉल रोड स्थित क्राइस्ट चर्च कॉलेज के सहायक प्राध्यापक और छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) के रसायन विज्ञान विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. धनंजय डे ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है. उनका शोध पत्र विश्व प्रसिद्ध वैज्ञानिक जर्नल नेचर कम्युनिकेशंस में प्रकाशित होने के लिए स्वीकृत किया गया है, जिसका इम्पैक्ट फैक्टर 15.7 है. यह जानकारी sunday को सीएसजेएम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनय पाठक ने दी.
सीएसजेएम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनय पाठक ने बताया कि यह संस्थान और क्षेत्र-दोनों के लिए एक ऐतिहासिक प्रथम है, क्योंकि डॉ. डे का कार्य अब विश्व के सबसे प्रतिष्ठित जर्नलों में से एक में प्रकाशित होगा, जो अत्याधुनिक और उच्च प्रभाव वाले वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए प्रसिद्ध है.
कुलपति ने कहा कि डॉ. डे का शोध दृश्य प्रकाश से संचालित कैटालिटिक अभिक्रिया पर आधारित है, जो पौधों की प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया से प्रेरित है. यह अभिनव विधि सूर्य के प्रकाश का उपयोग कर रासायनिक परिवर्तन संभव बनाती है, जिससे पारंपरिक रासायनिक संश्लेषण की तुलना में यह अधिक सतत, ऊर्जा-कुशल और पर्यावरण अनुकूल सिद्ध होती है.
यह अध्ययन न केवल प्रकाश-प्रेरित अभिक्रियाओं की वैज्ञानिक समझ को गहरा करता है, बल्कि समाज और उद्योग के लिए भी बड़ी संभावनाएं प्रस्तुत करता है. यह हरित रसायन और सतत रासायनिक प्रक्रियाओं के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
अपनी खोज के बारे में डॉ. डे ने कहा, “हमारा उद्देश्य प्रकृति की सरलता का अनुसरण करते हुए एक ऐसी अभिक्रिया विकसित करना था जो स्वच्छ और सतत भविष्य में योगदान दे सके. नेचर कम्युनिकेशंस से यह मान्यता हमारे लिए प्रेरणादायक और गौरवपूर्ण है.”
उन्होंने कहा कि यह प्रकाशन क्राइस्ट चर्च कॉलेज और सीएसजेएमयू के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो Indian वैज्ञानिकों और संस्थानों के उच्च स्तर के शोध कार्य को दर्शाता है. यह इस बात का भी प्रमाण है कि Indian अकादमिक जगत विश्व वैज्ञानिक समुदाय में प्रभावशाली योगदान देने में सक्षम है.
नेचर कम्युनिकेशंस विश्व के अग्रणी बहुविषयक वैज्ञानिक जर्नलों में से एक है, जो प्राकृतिक विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में उच्च गुणवत्ता वाले शोध प्रकाशित करता है. 15.7 इम्पैक्ट फैक्टर के साथ यह जर्नल अपनी कठोर समीक्षा प्रक्रिया और वैश्विक वैज्ञानिक प्रतिष्ठा के लिए प्रसिद्ध है.
(Udaipur Kiran) / मो0 महमूद
You may also like

फाइटर पायलटों का रक्षा कवच बना रहा चीन, अब सुपरसोनिक स्पीड पर भी खतरा नहीं, इजेक्टेबल कॉकपिट क्या होता है

यूपी में ठंड को लेकर आया अब ये अलर्ट, हो जायें तैयार-अब इस तारीख से…..

हरियाणा चुनाव में अनियमितताओं के खिलाफ कांग्रेस करेगी प्रदर्शन: वरुण चौधरी

'कभी सूरत नहीं आऊंगा माफ कर दो', चाकू की नोक पर तलवे चटवाए, मारे थप्पड़- MP के युवक के साथ गुजरात में हैवानियत

7 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स, मैनेजर संग लिव इन रिलेशन, कौन है यूट्यूबर वंशिका, जिसने अपनी मां के साथ की मारपीट?





