प्रयागराज, 12 अप्रैल .अगर हम रामचरितमानस का अध्ययन करते हैं तो हमें मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम और उनके हर कार्य में सहयोगी रहे हनुमान जी के विषय में जो भी प्रसंग मिलते हैं वह आज के परिपेक्ष में सार्वभौमिक हैं. हमें न्याय, दया त्याग और समर्पण के भाव पर चलने की शिक्षा मिलती है. हम इंसान से जीवन की शिक्षा मिलती है . उक्त बात शनिवार को हनुमान जयंती के मौके पर विश्व हिन्दू परिषद के प्रांत कार्यालय केशर भवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति विजयलक्ष्मी ने कही.
उन्होंने कहा कि प्रभु श्री राम के अनन्य भक्त हनुमत प्रभु ने ऐसा आदर्श प्रस्तुत किया है सेवा का जिससे यह शिक्षा मिलती है कि अगर हम बिना अपेक्षा के सेवा कार्य करते हैं तो उसका प्रतिफल हमें मिलता है जिसे हनुमान जी की भक्ति के बिना राम जी को प्रसन्न करना मुश्किल है इस प्रकार बिना सेवा समर्पण के भाव के व्यक्ति का सम्मान प्राप्त करना मुश्किल है. इस मौके पर अपर महाधिवक्ता उत्तर प्रदेश सरकार मनीष गोयल ने कहां कि भगवान श्री राम ने पिता, पत्नी ,भाई ,परिवार सभी के लिए जो आदर्श प्रस्तुत किया है वह अद्वितीय है. संयुक्त परिवार की परिकल्पना आज के परिपेक्ष में देखी जा सकती है. आज एक बच्चा या एक भी संतान नहीं जिससे मौसी, चाचा ,ताऊ के रिश्ते का समापन हो रहा है त्याग और अपने दायित्व निर्वहन की भावना समाप्त हो रही है. भगवान श्री राम मर्यादा की परिभाषा है संवेदना, करुणा , भावना, मानवता उनके जीवन में देखी जा सकती है कभी आंखों में अश्रु जैसे भी प्रसंग हम सबके बीच आते हैं अगर इन चरित्रों को हम अपने जीवन में आत्मसात करते हैं तो राम राज्य काल्पनिक नहीं रहेगा. हमें संयुक्त परिवार रिश्तों में आदर्श संबंधों को स्थापित करने के लिए मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए. रामचरितमानस के सभी प्रसंग कहीं न कहीं मानव जीवन से जुड़े पहलू हैं .
विश्व हिंदू परिषद प्रांतीय कार्यालय केशर भवन में आज हनुमत जन्मोत्सव के उपलक्ष में सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ हुआ. महर्षि भारद्वाज वेद विद्यार्थियों द्वारा अनेक वैदिक मंत्र प्रस्तुत किए गए. हनुमत जन्मोत्सव के उपलक्ष्य पर राम उत्सव का भी कार्यक्रम विश्व हिंदू परिषद विधि प्रकोष्ठ काशी प्रांत द्वारा आयोजित किया गया.
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से विश्व हिंदू परिषद काशी प्रांत उपाध्यक्ष सुरेश अग्रवाल, प्रांत कार्यालय प्रमुख सुनील रघुवंशी, विधि प्रकोष्ठ संयोजक काशी प्रांत अरविंद मिश्रा, विभाग संगठन मंत्री अंशुमान, अनिल पांडे, योगेश , आचार्य सुनील सहित अनेक पदाधिकारी उपस्थित रहे. कार्यक्रम का संचालन सहसंयोजक विधि प्रकोष्ठ काशी प्रांत ओपी सिंह ने किया.
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/ रामबहादुर पाल
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