गुना, 05 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . Madhya Pradesh के गुना जिले के चर्चित आत्माराम पारदी हत्याकांड में गवाहों को धमकाने के मामले में फरार चल रहे बर्खास्त सब इंस्पेक्टर (एसआई) रामवीर सिंह कुशवाह को पुलिस ने sunday शाम गिरफ्तार कर लिया है. कुशवाह को कुछ दिन पहले ही हाईकोर्ट से मुख्य हत्याकांड में अग्रिम जमानत मिली थी. Monday को गवाहों को धमकाने वाले दूसरे केस में उसकी अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई होनी है. लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उसे दबोच लिया.
मामला 9 जून 2015 का है. खेजरा चक्क गांव का रहने वाला आत्माराम पारदी परिवार के साथ पार्वती नदी पर अस्थियां विसर्जित करने गया था. तभी तत्कालीन धरनावदा थाना प्रभारी रामवीर सिंह कुशवाह दो अन्य लोगों के साथ वहां पहुंचा. वे गुरुग्राम में हुई एक चोरी के मामले में आत्माराम को संदेही मान रहे थे. पुलिस को देखते ही आत्माराम नदी में कूद गया. परिजनों का आरोप है कि उसे गोली मारी गई और फिर नदी से निकालकर गाड़ी में डालकर ले जाया गया. इसके बाद आत्माराम कभी नहीं लौटा. आत्माराम के गायब होने के बाद परिवार सालों तक थानों के चक्कर काटता रहा. 2019 में परिवार की याचिका पर हाईकोर्ट ने मामले की जांच सीआईडी को सौंप दी. घटना के 7 साल बाद, 2023 में पुलिस ने माना कि आत्माराम की मौत हो चुकी है.
इसके बाद आरोपी एसआई रामवीर कुशवाह के खिलाफ हत्या (302), सबूत मिटाने (201) और आपराधिक षड्यंत्र (120बी) की धाराएं बढ़ाई गईं और उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था. पुलिस को सूचना मिली थी कि रामवीर पिछले तीन-चार दिनों से गुना में ही है और अपने समर्थकों से मिल रहा है. इन मुलाकातों के वीडियो सोशल मीडिया पर भी डाले जा रहे थे. इसी जानकारी के आधार पर SP अंकित सोनी ने एक स्पेशल टीम बनाकर sunday शाम उसे गिरफ्तार कर लिया.
(Udaipur Kiran) तोमर
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