अंबिकापुर/एमसीबी, 3 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . Chhattisgarh के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में सभी राशन कार्ड धारकों के लिए ई-केवाईसी कराना अनिवार्य कर दिया गया है. जिले में कुल 1,15,481 राशन कार्ड प्रचलन में हैं जिनमें 3,63,327 सदस्य पंजीकृत हैं. इनमें से अब तक 3,03,439 सदस्यों का ई-केवाईसी पूर्ण हो चुका है, जबकि 59,888 सदस्यों का ई-केवाईसी शेष है. शासन के निर्देशानुसार इन सभी शेष सदस्यों का ई-केवाईसी 15 अक्टूबर तक हर हाल में किया जाना जरूरी है. निर्धारित समय सीमा तक ई-केवाईसी नहीं कराने वाले सदस्य राशन कार्ड से मिलने वाले लाभ से वंचित हो सकते हैं.
निर्देशों के अनुसार 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों का ई-केवाईसी करवाने की आवश्यकता नहीं है. प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए शासन ने “मेरा ईकेवाईसी” मोबाइल एप लॉन्च किया है, जिसके माध्यम से हितग्राही केवल अपना चेहरा स्कैन करके घर बैठे ई-केवाईसी पूर्ण कर सकते हैं. इसके लिए किसी पीडीएस दुकान में जाने की आवश्यकता नहीं है. यह एप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध है.
ई-केवाईसी प्रक्रिया आधार आधारित फेस ऑथेंटिकेशन पर आधारित है. इसके लिए मोबाइल में “मेरा ईकेवाईसी” और “आधार फेस आरडी” दोनों एप इंस्टॉल करना आवश्यक है. एप खोलने के बाद राज्य का चयन, लोकेशन वेरीफिकेशन, आधार नंबर दर्ज करने और ओटीपी सबमिट करने के पश्चात राशन कार्ड से जुड़े विवरण स्क्रीन पर प्रदर्शित होंगे. इसके बाद फेस ई-केवाईसी विकल्प चुनकर कैमरे के माध्यम से चेहरा प्रमाणीकरण करना होगा. सफल प्रमाणीकरण के बाद स्क्रीन पर “ईकेवाईसी रजिस्टर्ड सक्सेसफुली” का संदेश तारीख और समय सहित प्रदर्शित हो जाएगा.
शासन ने स्पष्ट किया है कि तय समय सीमा के भीतर ई-केवाईसी नहीं होने की स्थिति में संबंधित सदस्य खाद्य सुरक्षा योजना से मिलने वाले सभी लाभों से वंचित हो जाएंगे.
—————
(Udaipur Kiran) / पारस नाथ सिंह
You may also like
₹1000 की SIP से 4 साल में ₹57,000 कमाएँ, आसान तरीका जानें!
India Economic Policy: चीन दे रहा बोइंग को टक्कर, हम जेट इंजन न बना पाए... भारत ने कहां की चूक? एक्सपर्ट का फूटा गुस्सा
दशहरा चल समारोह में भगदड़, बीजेपी और कांग्रेस समर्थकों के बीच विवाद, जमकर हुई फायरिंग
रूस ने फिर शुरू किया MiG-41 प्रोजेक्ट, निशाने पर अमेरिका का F-35 फाइटर जेट, क्या है पुतिन का ये नया घातक हथियार?
चाणक्य नीति: किन 4 तरह की महिलाओं` से सावधान रहें पुरुष. ये न चैन से जीने देती हैं न मरने