हाल ही में अभिनेत्री शेफाली जरीवाला की अचानक कार्डियक अरेस्ट से मृत्यु ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। यह दुखद घटना एक बार फिर हमें याद दिलाती है कि दिल की सेहत कितनी नाजुक और अनमोल है। कार्डियक अरेस्ट, जिसे अचानक हृदय गति रुकना भी कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति है जो बिना किसी चेतावनी के जान ले सकती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ जोखिम कारक इस खतरे को बढ़ाते हैं? आइए, हम उन पांच प्रमुख जोखिमों को समझें और जानें कि कैसे हम अपने दिल को सुरक्षित रख सकते हैं।
कार्डियक अरेस्ट क्या है?कार्डियक अरेस्ट तब होता है जब हृदय की विद्युतीय प्रणाली में गड़बड़ी के कारण यह अचानक धड़कना बंद कर देता है। यह हार्ट अटैक से अलग है, क्योंकि हार्ट अटैक में रक्त प्रवाह रुकता है, जबकि कार्डियक अरेस्ट में हृदय पूरी तरह काम करना बंद कर देता है। यह एक आपातकालीन स्थिति है, जिसमें तुरंत चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होती है।
1. उच्च रक्तचाप: मूक हत्याराउच्च रक्तचाप, जिसे हाइपरटेंशन भी कहा जाता है, कार्डियक अरेस्ट का एक प्रमुख कारण है। जब रक्त वाहिकाओं पर लगातार दबाव पड़ता है, तो हृदय को रक्त पंप करने में अधिक मेहनत करनी पड़ती है। समय के साथ यह हृदय की मांसपेशियों को कमजोर कर सकता है, जिससे कार्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ जाता है। नियमित रक्तचाप की जांच और स्वस्थ आहार इस जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं।
2. मधुमेह: चुपके से बढ़ता खतरामधुमेह न केवल रक्त शर्करा को प्रभावित करता है, बल्कि यह हृदय रोगों का खतरा भी बढ़ाता है। अनियंत्रित मधुमेह रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है और हृदय पर अतिरिक्त दबाव डालता है। मधुमेह के रोगियों को नियमित जांच, संतुलित आहार और व्यायाम के माध्यम से अपने रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित रखना चाहिए।
3. मोटापा: हृदय पर अतिरिक्त बोझअधिक वजन या मोटापा हृदय पर अनावश्यक दबाव डालता है। यह उच्च कोलेस्ट्रॉल, उच्च रक्तचाप और मधुमेह जैसी समस्याओं को बढ़ावा देता है, जो कार्डियक अरेस्ट के जोखिम को और गंभीर बनाते हैं। स्वस्थ वजन बनाए रखने के लिए नियमित व्यायाम और संतुलित आहार अपनाना जरूरी है।
4. धूम्रपान: दिल का दुश्मनधूम्रपान हृदय रोगों का एक प्रमुख कारण है। यह रक्त वाहिकाओं को संकुचित करता है, रक्त प्रवाह को बाधित करता है और हृदय पर दबाव बढ़ाता है। धूम्रपान छोड़ना न केवल कार्डियक अरेस्ट के जोखिम को कम करता है, बल्कि समग्र स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है।
5. तनाव: मन और दिल का बोझआज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव एक आम समस्या बन गया है। लंबे समय तक तनाव हार्मोन जैसे कोर्टिसोल का स्तर बढ़ाता है, जो रक्तचाप और हृदय गति को प्रभावित करता है। योग, ध्यान और पर्याप्त नींद तनाव को कम करने में मदद कर सकते हैं।
You may also like
साप्ताहिक राशिफल : 28 जून से 03 जुलाई, जानिए क्या लिखा है आपकी किस्मत में
'परहेज नहीं करना चाहिए…' खुश रहने का ये था शेफाली जरीवाला का मंत्र
iPhone नहीं तो क्या! इन 5 फ्लैगशिप फोन्स ने बना दिया सबको दीवाना
एक्ट्रेस इलियाना डिक्रूज दूसरी बार मां बनीं, बेटे को दिया जन्म
मुख्यमंत्री ने 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान की शुरुआत की, माताजी के साथ किया पौधरोपण