Haryana News : हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने खेलों को न केवल एक करियर, बल्कि एक स्वस्थ जीवनशैली का आधार बनाने का संकल्प लिया है। रोहतक जिले के किलोई गांव में आयोजित तीसरी अखिल भारतीय शिव कुमार स्मृति बास्केटबॉल प्रतियोगिता के उद्घाटन के दौरान उन्होंने इस दिशा में राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। यह आयोजन न केवल खेलों को बढ़ावा देने का एक मंच है, बल्कि स्वर्गीय शिव कुमार की समाज सेवा और खेलों के प्रति समर्पण की जीवंत स्मृति भी है।
स्कूलों से शुरू होगी खेलों की नींव
मुख्यमंत्री ने बताया कि हरियाणा सरकार स्कूल स्तर से ही खेलों को अनिवार्य करने की दिशा में काम कर रही है। इसका उद्देश्य बच्चों में बचपन से ही शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का संतुलन स्थापित करना है। उन्होंने कहा, “खेल सिर्फ प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि अनुशासन, एकजुटता और स्वस्थ जीवन का प्रतीक हैं।” इसके साथ ही, हर खिलाड़ी को 20 लाख रुपये का मेडिकल बीमा कवर प्रदान करने की घोषणा ने खिलाड़ियों के लिए सुरक्षा और प्रोत्साहन की नई उम्मीद जगाई है।
शिव कुमार की स्मृति: समाज को जोड़ने की प्रेरणा
किलोई के श्री शिव कुमार मेमोरियल स्टेडियम में आयोजित इस प्रतियोगिता के दौरान मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय शिव कुमार को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि शिव कुमार का जीवन समाज को खेलों के माध्यम से सशक्त और एकजुट करने की प्रेरणा देता है। इस स्टेडियम के लिए 21 लाख रुपये की धनराशि, गांव में महिला चौपाल के निर्माण और अन्य मांगों को पूरा करने की घोषणा ने स्थानीय लोगों में उत्साह भर दिया। यह आयोजन किलोई जैसे छोटे गांव को राष्ट्रीय पटल पर पहचान दिलाने में भी महत्वपूर्ण साबित हो रहा है।
खिलाड़ियों के लिए हरियाणा की अनूठी पहल
हरियाणा सरकार ने खिलाड़ियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए कई अभूतपूर्व कदम उठाए हैं। ‘हरियाणा उत्कृष्ट खिलाड़ी सेवा नियम 2021’ के तहत खेल विभाग में 550 नए पद सृजित किए गए हैं। इसके अलावा, 224 खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियां प्रदान की गई हैं। क्लास-वन से क्लास-थ्री तक के पदों में खिलाड़ियों के लिए आरक्षण का प्रावधान भी किया गया है। मुख्यमंत्री ने गर्व के साथ बताया कि हरियाणा देश का पहला राज्य है, जो पदक विजेता खिलाड़ियों को सबसे अधिक नकद पुरस्कार प्रदान करता है। अब तक 593 करोड़ रुपये के पुरस्कार और 298 खिलाड़ियों को मानदेय दिया जा चुका है।
खेल नर्सरियां: भविष्य की प्रतिभाओं का निर्माण
प्रदेश में युवा प्रतिभाओं को निखारने के लिए 1,489 खेल नर्सरियां संचालित की जा रही हैं, जिनमें 37,225 खिलाड़ी प्रशिक्षण ले रहे हैं। इन नर्सरियों में 8 से 14 वर्ष के बच्चों को 1,500 रुपये और 15 से 19 वर्ष के खिलाड़ियों को 2,000 रुपये मासिक सहायता दी जाती है। इसके अतिरिक्त, 2014 से अब तक 29,000 से अधिक छात्रों को 53.45 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति और 15,634 खिलाड़ियों को खेल उपकरण प्रदान किए गए हैं। यह प्रयास सुनिश्चित करते हैं कि हरियाणा की खेल प्रतिभाएं संसाधनों की कमी के कारण पीछे न रहें।
बास्केटबॉल: एकता और अनुशासन का प्रतीक
मुख्यमंत्री ने बास्केटबॉल को एक ऐसा खेल बताया, जो शारीरिक क्षमता के साथ-साथ टीम वर्क, रणनीति और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता को भी परखता है। उन्होंने कहा कि यह खेल युवाओं में एकजुटता और अनुशासन का विकास करता है, जो एक स्वस्थ और जागरूक समाज की नींव रखता है। इस तरह के राष्ट्रीय स्तर के आयोजन हरियाणा के लिए गौरव का विषय हैं, क्योंकि यह विभिन्न राज्यों और संस्कृतियों के खिलाड़ियों को एक मंच पर लाकर राष्ट्रीय एकता को मजबूत करते हैं।
सामाजिक समरसता का संदेश
इस प्रतियोगिता को केवल एक खेल आयोजन तक सीमित न मानते हुए, मुख्यमंत्री ने इसे सामाजिक समरसता और भाईचारे का प्रतीक बताया। विभिन्न राज्यों के खिलाड़ियों का एक साथ मैदान में उतरना न केवल प्रतिस्पर्धा, बल्कि सांस्कृतिक एकता का प्रदर्शन है। आयोजकों को धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन समाज को जोड़ने और प्रेरित करने का काम करते हैं। राज्य सरकार भविष्य में भी ऐसे आयोजनों को पूर्ण समर्थन देगी।
मातृशक्ति का अनोखा स्वागत
कार्यक्रम में गांव की महिलाओं ने मुख्यमंत्री का 101 कलशों में दूध एकत्रित कर स्वागत किया। इस पर नायब सैनी ने भावुक होते हुए कहा, “माताओं ने मुझे दूध देकर ताकत और प्रेम का प्रतीक दिया है। यह हमारी संस्कृति की समृद्धि को दर्शाता है।” उन्होंने मातृशक्ति को नमन करते हुए कहा कि मां ही अपने बच्चों की सबसे बड़ी प्रेरणा होती है।
हरियाणा: खेल प्रतिभाओं की भूमि
हरियाणा की धरती हमेशा से वीरों, खिलाड़ियों और मेहनतकश किसानों के लिए जानी जाती रही है। कुश्ती, बॉक्सिंग, हॉकी और अब बास्केटबॉल जैसे खेलों में हरियाणा के बेटे-बेटियों ने विश्व स्तर पर देश का नाम रोशन किया है। मुख्यमंत्री ने इस गौरव को और बढ़ाने के लिए खेलों को हर गांव और हर बच्चे तक पहुंचाने का संकल्प दोहराया।
You may also like
मुस्लिम पिता और बेटे को मौलवी ने किया इतना परेशान कि अपना लिया हिंदू धर्म, पूरी कहानी जान हैरान रह जाएंगे आप ⑅
यूपी : अखिलेश का भाजपा पर निशाना, बंगाल में हुई हिंसा का चुनावी लाभ लेने का आरोप
घर पर चल रही थी अंतिम संस्कार की तैयारियां, तभी जिंदा हो गया शख्स, चमत्कार देख हैरान हो गए सब▫ ⑅
19 अप्रैल, शनिवार को इन राशि वाले जातकों को मिल सकता है अपना प्यार
प्रवासी कबड्डी महिला लीगः तेलुगु चीता, पंजाबी टाइग्रेस और तमिल लायनेस ने मारी बाजी