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पूर्णा आजी ने कहा अलविदा: ज्योती चांदेकर का निधन, मराठी सिनेमा में शोक

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मुंबई: मराठी सिनेमा और टीवी की दुनिया में एक दुखद खबर ने सबको झकझोर दिया है। मशहूर ज्येष्ठ अभिनेत्री ज्योती चांदेकर अब हमारे बीच नहीं रहीं। 68 साल की उम्र में उन्होंने पुणे में अपनी आखिरी सांस ली। स्टार प्रवाह की लोकप्रिय मालिका ठरलं तर मग में उनकी ‘पूर्णा आजी’ की भूमिका ने हर घर में जगह बनाई थी। उनके निधन से मराठी मनोरंजन जगत में शोक की लहर छा गई है। उनके परिवार ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन खबरों के मुताबिक, वह पिछले कुछ दिनों से बीमार थीं और पुणे के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।

पूर्णा आजी ने जीता था हर दिल

ज्योती चांदेकर ने ठरलं तर मग में पूर्णा आजी के किरदार से लाखों दर्शकों का दिल जीता था। उनकी करारी मगर प्यार भरी बातें और जिंदगी के सबक देने वाला अंदाज हर घर में चर्चा का विषय था। इस किरदार ने उन्हें नई पहचान दी और हर उम्र के दर्शकों के बीच लोकप्रिय बनाया। स्टार प्रवाह ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम पेज पर उन्हें श्रद्धांजलि दी और लिखा, “सबकी प्यारी पूर्णा आजी यानी ज्योती चांदेकर को हमारी भावपूर्ण श्रद्धांजलि।” उनके चाहने वालों ने सोशल मीडिया पर दुख जताया और उनके योगदान को याद किया। एक फैन ने लिखा, “पूर्णा आजी हमेशा याद रहेंगी, उनका जाना बहुत बड़ा नुकसान है।”

पांच दशकों का शानदार करियर

ज्योती चांदेकर ने 12 साल की उम्र में अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी। पांच दशकों से ज्यादा के अपने करियर में उन्होंने 200 से अधिक पुरस्कार जीते। मराठी सिनेमा में उनकी फिल्में जैसे ढोलकी, पाऊलवाट, सलाम, और सांजपर्व ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। इसके अलावा, टीवी सीरियल्स जैसे तू सौभाग्यवती हो और छत्रीवाली में उनकी भूमिकाएं भी काफी सराही गईं। उनकी बेटी तेजस्विनी पंडित भी मराठी सिनेमा की जानी-मानी अभिनेत्री हैं। मां-बेटी की जोड़ी ने तिचा उंबरठा और मी सिंधुताई सपकाळ जैसी फिल्मों में साथ काम किया, जिसे दर्शकों ने खूब पसंद किया।

सेहत से जंग और अंतिम दिन

ज्योती चांदेकर की सेहत पिछले कुछ सालों में ठीक नहीं थी। उनकी बेटी तेजस्विनी ने 2023 में बताया था कि वह दो हफ्तों तक आईसीयू में थीं। इसके बावजूद, उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और ठरलं तर मग में वापसी की। खबरों के मुताबिक, वह पिछले तीन-चार दिनों से पुणे के दिनानाथ मंगेशकर अस्पताल में भर्ती थीं। 16 अगस्त 2025 को दोपहर करीब 4 बजे उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। उनके निधन का सटीक कारण अभी सामने नहीं आया है। उनके पार्थिव शरीर पर अंतिम संस्कार 17 अगस्त को सुबह 11 बजे पुणे के वैकुंठ स्मशानभूमि में होगा।

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