उसके बाद, जांच से पता चला कि रान्या ने 2023 से 2025 के बीच दुबई की 45 बार अकेले यात्रा की थी, जिससे उसके व्यापक तस्करी नेटवर्क में शामिल होने का संदेह पैदा हो गया। जांच में पता चला कि उसका वीरा डायमंड्स ट्रेडिंग से संबंध है, जो दुबई स्थित एक कंपनी है और जिसकी उसने 2023 में अभिनेता और व्यवसायी तरुण राजू के साथ सह-स्थापना की थी।
ALSO READ:
अधिकारियों का आरोप है कि इस कंपनी का इस्तेमाल तस्करी के लिए किया गया था। दुबई में सोना खरीदने और भारत में इसकी तस्करी में मदद करने के सबूत मिलने के बाद राजू उर्फ विराट कोंडुरु को गिरफ्तार किया गया था। जांच में ज्वैलर साहिल जैन भी शामिल है, जिस पर रान्या को 40 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य के लगभग 49 किलोग्राम सोने को बेचने में मदद करने का संदेह है।
जैन ने कथित तौर पर हवाला लेनदेन का प्रबंधन किया, दुबई में बड़ी रकम हस्तांतरित की और संचालन में अपनी भूमिका के लिए कमीशन प्राप्त किया। राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने आरोपी को तस्करी गतिविधियों से जोड़ने वाले पर्याप्त सबूत पेश किए हैं। अदालत ने आर्थिक अपराध की गंभीर प्रकृति को देखते हुए राजू को जमानत देने से इनकार कर दिया था। (भाषा) Edited by: Sudhir Sharma